हाल में ही मेरी एक नयी पुस्तक '' वो चार जाबांज क्रांतिकारी '' भारत सरकार के प्रतिष्ठित प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली से प्रकाशित हुई  है। यह पुस्तक आज़ादी की लड़ाई के उन चार जाँबाज़ महान क्रान्तिकारी मास्टर अमीरचंद , मास्टर अवधबिहारी ,बालमुकुंद और बसंत कुमार विश्वास के बारे में है , जिन्होंने सन १९१२ में नई दिल्ली के चाँदनी चौक में भारत के वॉइसरॉय लार्ड हार्डिंग्स पर बम फेंककर ब्रिटिश हूकूमत को दहला दिया था , उन्हें मई १९१५ में फांसी दी गयी थी ,अतः  उनकी शहादत का इस शताब्दी वर्ष पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मैंने यह पुस्तक लिखी थी। यह विडम्बना है कि गत १०० वर्षो में उन पर आज तक कोई पुस्तक नहीं छप सकी है और सरकार ने इस शताब्दी वर्ष में भी कोई आयोजन नहीं कराया है। मैंने महामहिम उपराष्ट्रपति महोदय को पुस्तक का विमोचन करने हेतु अनुरोध पत्र भेजा था , उन्होंने भी असमर्थता व्यक्त  कर दी है ,हालांकि उन्होंने पुस्तक की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाये प्रेषित की है।

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